मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई।
त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके ।
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे॥
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कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भए प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
Glory to Girija’s consort Shiva, that is compassionate for the destitute, who usually guards the saintly, the moon on whose forehead sheds more info its stunning lustre, and in whose ears would be the pendants with the cobra hood.
कमल नयन पूजन चहं सोई ॥ कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर ।
कीन्ह दया तहँ करी सहाई। नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥
कहे अयोध्या आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
तुरत षडानन आप shiv chalisa lyricsl पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
शिव आरती